October 29, 2025
हवाई अड्डे दुनिया भर में सबसे संवेदनशील हवाई क्षेत्रों में से हैं। यहां तक कि एक छोटा सा अनधिकृत ड्रोन भी बड़े पैमाने पर उड़ान में व्यवधान या दुर्घटनाएं पैदा कर सकता है। आरएफ-आधारित ड्रोन पहचान तकनीक इस बढ़ती चिंता का एक मजबूत समाधान प्रदान करती है।
हाल के वर्षों में ड्रोन देखे जाने के कारण कई हवाई अड्डे बंद हो गए हैं। रडार सिस्टम अकेले अक्सर कम ऊंचाई पर उड़ने वाले छोटे ड्रोन का पता लगाने में विफल रहते हैं।
निष्क्रिय पहचान:सिग्नल उत्सर्जित किए बिना ड्रोन नियंत्रण आवृत्तियों की पहचान करता है।
10 किमी रेंज:प्रतिबंधित क्षेत्रों में प्रवेश करने से बहुत पहले ही खतरों का पता लगाता है।
लक्ष्य वर्गीकरण:विभिन्न ड्रोन प्रकारों और आवृत्तियों के बीच अंतर करता है।
एकीकरण:स्वचालित अलर्ट के लिए हवाई यातायात प्रणालियों के साथ लिंक करता है।
महंगे बंद या देरी को रोकता है।
यात्री सुरक्षा बढ़ाता है।
मैनुअल निगरानी कार्यभार कम करता है।
हवाई यातायात नियंत्रण और सुरक्षा कर्मचारियों के बीच समन्वय में सुधार करता है।
कई आरएफ पहचान इकाइयों को हवाई अड्डे की परिधि के आसपास रणनीतिक रूप से रखा जा सकता है। सिस्टम ड्रोन की स्थिति को त्रिकोणीय करता है और वास्तविक समय में उड़ान दिशा को ट्रैक करता है।
हवाई अड्डों को ड्रोन निगरानी पर विमानन प्राधिकरण के नियमों का पालन करना चाहिए। आरएफ-आधारित सिस्टम अन्य संकेतों में हस्तक्षेप किए बिना नियामक अनुपालन बनाए रखने में मदद करते हैं।
आधुनिक हवाई अड्डों के लिए, आरएफ ड्रोन पहचान अब वैकल्पिक नहीं है—यह सुरक्षा की एक महत्वपूर्ण परत है जो निर्बाध संचालन और यात्री सुरक्षा सुनिश्चित करती है।